अंगारेश्वर महादेव, उज्जैन – इतिहास, धार्मिक महत्व और दर्शन

अंगारेश्वर महादेव उज्जैन के 84 महादेवों में से एक प्रमुख मंदिर है, जहाँ भगवान शिव के रौद्र रूप की पूजा होती है। जानिए इसका इतिहास, महत्व और दर्शन की जानकारी।

अंगारेश्वर महादेव, उज्जैन – इतिहास, धार्मिक महत्व और दर्शन

उज्जैन, शिवनगरी के रूप में प्रसिद्ध है और यहां 84 महादेव मंदिरों की श्रृंखला है। इन्हीं में से एक है अंगारेश्वर महादेव मंदिर, जो भगवान शिव के उग्र रूप का प्रतीक माना जाता है। यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था, शक्ति और तप का केंद्र है।

अंगारेश्वर महादेव का पौराणिक इतिहास

मान्यता है कि इस स्थान पर भगवान शिव ने अपने क्रोध से उत्पन्न हुए "अंगार" रूप में प्रकट होकर असुरों का संहार किया था। इसी कारण उन्हें अंगारेश्वर महादेव कहा जाता है। यह मंदिर देवासुर संग्राम और शिव के रौद्र रूप से जुड़ी कथाओं का जीवंत प्रमाण है।

धार्मिक महत्व

  • यह 84 महादेव में से एक प्रमुख मंदिर है।

  • यहाँ शिवजी के रौद्र रूप की पूजा होती है, जो भक्तों को शत्रुओं से रक्षा और मानसिक बल प्रदान करता है।

  • श्रावण मास, शिवरात्रि, और प्रदोष व्रत पर यहाँ विशेष पूजा और रुद्राभिषेक होते हैं।

मंदिर दर्शन और यात्रा मार्ग

स्थान: उज्जैन, मध्यप्रदेश
दर्शन समय: सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक
कैसे पहुँचें: उज्जैन रेलवे स्टेशन से टैक्सी या ऑटो द्वारा मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है।

जाने का सही समय

श्रावण मास, महाशिवरात्रि और सावन के सोमवार इस मंदिर की यात्रा के लिए सबसे शुभ माने जाते हैं।

अंगारेश्वर महादेव मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि शिव भक्ति की अग्नि में तप कर आत्मिक शांति पाने का एक माध्यम है। यह स्थान उन भक्तों के लिए है जो भगवान शिव की शक्ति को अनुभव करना चाहते हैं।

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