देवगुरु बृहस्पति का वृषभ राशि से मिथुन राशि में गोचर

देवताओं के गुरु देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिष में अत्यंत शुभ ग्रह माना जाता है। यह ज्ञान, धर्म, शिक्षा, संतान, विवाह और समृद्धि के कारक हैं। जब देवगुरु बृहस्पति एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं, तो उसका प्रभाव समस्त 12 राशियों पर गहराई से पड़ता है।
इस बार 14 मई 2025 को देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, जहां वे लगभग एक वर्ष तक रहेंगे। यह परिवर्तन न केवल आर्थिक, वैवाहिक और शैक्षणिक क्षेत्र में, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी प्रभाव डालेगा।
गोचर विवरण:
गोचर तिथि: 14 मई 2025
समय: लगभग दोपहर 2:15 बजे
पुरानी राशि: वृषभ
नई राशि: मिथुन
स्थिति: मार्गी (Direct)
क्या कहता है यह गोचर – राशिनुसार प्रभाव
1. मेष राशि
देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए सौभाग्यशाली रहेगा। संचार, शिक्षा और छोटी यात्राओं से लाभ होगा। भाई-बहनों से संबंध सुधरेंगे।
2. वृषभ राशि
आर्थिक दृष्टिकोण से यह गोचर लाभकारी रहेगा। स्थायी संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा।
3. मिथुन राशि
आपके लिए यह गोचर अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि देवगुरु अब आपकी ही राशि में विराजमान होंगे। आत्मविश्वास बढ़ेगा, नई पहचान बनेगी और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
4. कर्क राशि
यह समय थोड़ा अंतर्मुखी बना सकता है। मानसिक शांति और आध्यात्मिक झुकाव बढ़ेगा। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें।
5. सिंह राशि
लाभ स्थान में बृहस्पति का गोचर सामाजिक मान-सम्मान और नेटवर्किंग में वृद्धि करेगा। मित्रों से लाभ और आर्थिक प्रगति संभव है।
6. कन्या राशि
करियर में नई ऊँचाइयों तक पहुँचने का समय है। प्रमोशन या नई नौकरी के योग हैं। वरिष्ठों से सहयोग मिलेगा।
7. तुला राशि
उच्च शिक्षा, विदेश यात्रा और धार्मिक यात्राओं के लिए उत्तम समय। अध्यात्म और दर्शन की ओर रुझान बढ़ेगा।
8. वृश्चिक राशि
साझेदारी और निवेश में सतर्कता बरतें। मानसिक तनाव संभव है, लेकिन आध्यात्मिकता से समाधान मिलेगा।
9. धनु राशि
देवगुरु बृहस्पति अब आपके विवाह भाव में प्रवेश करेंगे। अविवाहितों के लिए विवाह योग बनेंगे। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी।
10. मकर राशि
स्वास्थ्य में सुधार होगा। कार्यक्षेत्र में जिम्मेदारियाँ बढ़ेंगी और आपकी कार्यकुशलता सराही जाएगी।
11. कुम्भ राशि
संतान से संबंधित शुभ समाचार मिल सकता है। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। रचनात्मक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
12. मीन राशि
घर-परिवार में सुख-शांति रहेगी। प्रॉपर्टी संबंधित मामलों में सफलता मिलेगी। माता से संबंध मधुर होंगे।
देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के उपाय
हर गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें और चने की दाल, केला और हल्दी का दान करें।
"ॐ बृं बृहस्पतये नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
ब्राह्मणों या गुरुजनों की सेवा करें।
धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करें और यथासंभव गुरुवार का व्रत रखें।
14 मई 2025 को देवगुरु बृहस्पति का मिथुन राशि में प्रवेश आपके जीवन में ज्ञान, संवाद, विचार और संबंधों को नया रूप देगा। यह गोचर जहां एक ओर कई राशियों के लिए प्रगति और समृद्धि का मार्ग खोलेगा, वहीं कुछ को आत्मविश्लेषण और संयम से आगे बढ़ने की सीख देगा।
यदि आप जानना चाहते हैं कि यह गोचर आपकी व्यक्तिगत कुंडली पर कैसा प्रभाव डालेगा, तो किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।
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