Jyeshtha Purnima 2025: तुलसी पूजन के खास उपाय
Jyeshtha Purnima 2025 पर तुलसी पूजन का विशेष महत्व है। जानें दरिद्रता दूर करने के सरल उपाय, पूजन विधि और पूर्णिमा तिथि व मुहूर्त।

हिंदू धर्म में व्रत और तिथियों का विशेष महत्व माना गया है। वर्ष 2025 में ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा 11 जून को पड़ रही है। यह तिथि न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ होती है बल्कि इसमें किए गए स्नान, दान, व्रत और पूजन विशेष फल प्रदान करते हैं। इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, चंद्रदेव और वट वृक्ष की पूजा का महत्व है। आइए जानते हैं ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन का क्या महत्व है और कौन से उपाय करने से जीवन से दरिद्रता दूर होती है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025: तिथि और मुहूर्त
-
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 10 जून 2025, सुबह 8:05 बजे
-
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 11 जून 2025, सुबह 9:43 बजे
-
पूर्णिमा चंद्र दर्शन: 11 जून की रात 10:50 बजे
-
स्नान-दान का शुभ मुहूर्त: सुबह 4:02 से 4:42 तक
ज्येष्ठ पूर्णिमा का महत्व
इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य, व्रत और पूजा विशेष पुण्यदायी मानी जाती है। चंद्रमा से संबंधित दोषों की शांति के लिए यह दिन उपयुक्त होता है। साथ ही, माता लक्ष्मी की कृपा पाने और पारिवारिक सुख-शांति के लिए भी यह दिन अत्यंत फलदायी है। विवाहित महिलाएं व्रत रखकर वट वृक्ष की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
तुलसी पूजन का महत्व
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन विशेष रूप से किया जाता है। तुलसी माता को धन, सुख और समृद्धि की प्रतीक माना जाता है। इस दिन यदि तुलसी की विधिपूर्वक पूजा की जाए तो आर्थिक संकट दूर होते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
तुलसी पूजन की विधि:
-
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
-
तुलसी माता के सामने दीपक जलाएं और सात बार परिक्रमा करें।
-
तुलसी चालीसा या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
-
तुलसी को जल अर्पित करें और मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें।
दरिद्रता नाशक तुलसी के उपाय:
-
ग्रह क्लेश से मुक्ति का उपाय:
-
पूर्णिमा के दिन तुलसी का नया पौधा लाएं और घर की पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में प्रेम और सौहार्द बढ़ता है।
-
आर्थिक तंगी दूर करने का उपाय:
-
तुलसी के कुछ पत्ते तोड़ें (पत्ते तोड़ते समय क्षमा मांगे) और उन्हें लाल कपड़े में बांधकर मुख्य द्वार की चौखट पर टांग दें। यह उपाय आर्थिक संकट को दूर करता है।
-
रुका हुआ धन पाने का उपाय:
-
तुलसी की एक टहनी को पीले कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान (तिजोरी या अलमारी) में रखें। इससे रुका हुआ धन मिलने लगता है और व्यापार में वृद्धि होती है।
स्नान-दान की विधि:
-
स्नान करते समय जल में तुलसी पत्ते डालें और इस जल को सिर पर लगाकर प्रणाम करें।
-
सूर्य को अर्घ्य दें और मंत्र जाप करें।
-
सफेद वस्त्र, चावल, दूध, चीनी जैसी शीतल प्रकृति की वस्तुओं का दान करें।
-
संध्या के समय चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करना न भूलें।
दान में क्या दें?
-
चावल
-
दूध
-
सफेद वस्त्र
-
चीनी
-
धन और अन्न
इन चीजों का दान करने से मन को शांति मिलती है और चंद्र दोष दूर होता है।
आज का पंचांग (11 जून 2025):
-
ऋतु: ग्रीष्म
-
सूर्य राशि: वृषभ
-
चंद्र राशि: वृश्चिक
-
तिथि: पूर्णिमा (दोपहर 1:13 बजे तक)
-
योग: साध्य (दोपहर 2:04 बजे तक)
-
नक्षत्र: ज्येष्ठा (रात्रि 8:10 बजे तक)
-
सूर्योदय: 05:23 AM
-
सूर्यास्त: 07:19 PM
-
चंद्रोदय: 07:41 PM
ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन आध्यात्मिक, मानसिक और पारिवारिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ है। इस दिन तुलसी पूजन, स्नान, दान और भगवान विष्णु की उपासना करने से समस्त कष्टों का नाश होता है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
What's Your Reaction?






