इंडीद्युम्नेश्वर महादेव उज्जैन: दर्शन, इतिहास और महत्व
उज्जैन के इंडीद्युम्नेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास, धार्मिक महत्व और दर्शन विधि जानें। महाकाल यात्रा के दौरान यह मंदिर अवश्य दर्शन करें।

भारत के धार्मिक और आध्यात्मिक स्थलों में से एक, इंडीद्युम्नेश्वर महादेव मंदिर, श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र है। यह मंदिर भगवान शिव के एक विशेष रूप ‘इंडीद्युम्नेश्वर’ को समर्पित है। इस मंदिर का नाम राजा इंडीद्युम्न के नाम पर पड़ा, जिन्होंने भगवान शिव की कठोर तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया था।
स्थान
इंडीद्युम्नेश्वर महादेव मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित है। यह शहर स्वयं महाकाल की नगरी कहलाता है, जहां शिव की अनेक रूपों में पूजा होती है।
इतिहास एवं पौराणिक कथा
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, राजा इंडीद्युम्न ने शिवजी की घोर तपस्या की थी। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और उनके नाम से स्वयं इस स्थान पर विराजमान हुए। इसी कारण इस स्थान का नाम इंडीयद्युम्नेश्वर पड़ा। यह भी कहा जाता है कि इस स्थल की महिमा त्रेतायुग से जुड़ी हुई है।
धार्मिक महत्व
इंडीद्युम्नेश्वर महादेव मंदिर को अत्यंत फलदायी तीर्थ माना गया है। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से यहां भगवान शिव की आराधना करता है, उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं। विशेष रूप से श्रावण मास, महाशिवरात्रि, नवरात्रि और सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
मंदिर की वास्तुकला
मंदिर की संरचना प्राचीन शैली में बनी हुई है। पत्थरों की नक्काशी, शिवलिंग का भव्य गर्भगृह, और चारों ओर का शांत वातावरण, भक्तों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। मंदिर परिसर में एक प्राचीन कुंड भी है, जहां श्रद्धालु स्नान करके पवित्र होते हैं।
पूजा विधि
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भक्त सबसे पहले मंदिर के प्रवेश द्वार पर दीप प्रज्वलित करते हैं।
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फिर भगवान इंडीयद्युम्नेश्वर का जलाभिषेक किया जाता है।
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इसके बाद बेलपत्र, धतूरा, आक, फूल, चंदन और भस्म चढ़ाई जाती है।
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‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करते हुए भक्त भगवान को दूध, शहद, दही, घी आदि अर्पित करते हैं।
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अंत में आरती और प्रसाद वितरण किया जाता है।
मान्यताएं
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यह मंदिर संतान प्राप्ति, रोग मुक्ति और मनोकामना पूर्ति के लिए प्रसिद्ध है।
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मान्यता है कि यहां एक बार दर्शन करने से सात जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है।
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यहां का जल भी औषधीय गुणों से युक्त माना गया है।
कैसे पहुँचें? (यात्रा मार्ग)
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रेल मार्ग: उज्जैन रेलवे स्टेशन से इंडीयद्युम्नेश्वर महादेव मंदिर की दूरी लगभग 3-5 किमी है।
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सड़क मार्ग: उज्जैन शहर मध्य प्रदेश के अन्य शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
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हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा इंदौर (देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट) है, जो उज्जैन से लगभग 55 किमी दूर है। वहां से टैक्सी/बस द्वारा मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
निकटवर्ती दर्शनीय स्थल
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महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग
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हरसिद्धि माता मंदिर
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काल भैरव मंदिर
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रामघाट (शिप्रा नदी पर स्थित)
इंडीद्युम्नेश्वर महादेव मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था, श्रद्धा और आध्यात्म का संगम है। यहां की पावन भूमि पर एक बार आकर हर भक्त शिव की कृपा से अभिभूत हो उठता है। यदि आप उज्जैन दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो इंडीयद्युम्नेश्वर महादेव के दर्शन अवश्य करें।
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