पंचक अगस्त 2024: इन दिनों में कौन से काम करने से बचना चाहिए?
सनातन धर्म में पंचक को विशेष रूप से अशुभ माना गया है। पंचक वह समय होता है जब चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, और रेवती नक्षत्रों में प्रवेश करता है। इस अवधि को अशुभ इसलिए माना जाता है क्योंकि यह समय नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित होता है। पंचक के दौरान किए गए कार्यों का परिणाम अक्सर शुभ नहीं होता है, इसलिए इस समय कुछ खास कामों को टालने की सलाह दी जाती है।
पंचक के दौरान क्या न करें?
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शुभ कार्यों से बचें: पंचक के समय में सगाई, विवाह, गृह प्रवेश, और अन्य मांगलिक कार्यों को नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस अवधि में किए गए कार्यों का सकारात्मक परिणाम नहीं मिलता और इससे भविष्य में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
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घर की छत न बनवाएं: पंचक के दौरान घर की छत बनवाने या मरम्मत करवाने से बचना चाहिए। यह भी एक मान्यता है कि इस समय घर की छत बनाने से गृहस्थी में अनावश्यक बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
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यात्रा से बचें: पंचक के समय में दक्षिण दिशा की यात्रा करना अशुभ माना गया है। यदि यात्रा अत्यावश्यक हो, तो यात्रा से पहले उत्तर दिशा में कुछ कदम चलकर यात्रा आरंभ करनी चाहिए। यह उपाय पंचक के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए किया जाता है।
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चारपाई बनवाने से बचें: पंचक के दौरान नई चारपाई बनवाना भी वर्जित है। ऐसा कहा जाता है कि पंचक के दौरान नई चारपाई बनाने से परिवार में किसी के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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ईंधन संग्रह करने से बचें: पंचक के दौरान लकड़ी, घास आदि का संग्रह करने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इससे आग लगने का खतरा बना रहता है। यदि संग्रह करना अनिवार्य हो, तो पहले माता गायत्री का हवन करवा लेना चाहिए।
पंचक के प्रकार:
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पंचक को पांच प्रकारों में विभाजित किया गया है:
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रोग पंचक: रविवार के दिन शुरू होने वाले पंचक को रोग पंचक कहा जाता है। इस दौरान स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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अग्नि पंचक: मंगलवार को आरंभ होने वाले पंचक को अग्नि पंचक कहा जाता है। इस समय में आग से संबंधित घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है।
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चोर पंचक: शुक्रवार को शुरू होने वाले पंचक को चोर पंचक कहते हैं। इस दौरान चोरी या धन हानि की आशंका रहती है।
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मृत्यु पंचक: शनिवार को आरंभ होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है। इसे सबसे अधिक अशुभ माना जाता है।
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राज पंचक: सोमवार को शुरू होने वाले पंचक को राज पंचक कहा जाता है। इस समय किसी भी सरकारी या प्रशासनिक कार्य में बाधा आ सकती है।
ध्यान रखें कि पंचक के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए धार्मिक और आध्यात्मिक उपाय भी किए जा सकते हैं। जैसे कि हवन, पूजा, और दान करना। इन उपायों से पंचक के अशुभ प्रभावों को कम किया जा सकता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखा जा सकता है।
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