भाई दूज: भाई-बहन के प्यार का पर्व

भाई दूज, जिसे यम द्वितीया भी कहा जाता है, कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व भाई-बहन के अटूट रिश्ते और प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक करती हैं और उनकी लंबी उम्र और खुशहाल जीवन की कामना करती हैं।
भाई दूज की तिथि और शुभ मुहूर्त
इस वर्ष, भाई दूज 3 नवंबर, रविवार को मनाया जाएगा। भाई दूज की तिथि रात 8:21 बजे से शुरू होकर 3 नवंबर को रात 7:52 बजे तक रहेगी। तिलक करने का शुभ मुहूर्त 3 नवंबर को दोपहर 1:10 बजे से 3:22 बजे तक रहेगा। इस समय का उपयोग करके बहनें अपने भाइयों का तिलक कर सकती हैं, जिससे भाई की उम्र में वृद्धि होती है।
भाई दूज के पर्व का महत्व
भाई दूज का पर्व केवल एक रस्म नहीं है, बल्कि यह भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने का एक माध्यम है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के लिए विशेष व्रत रखती हैं, उनके सुख, समृद्धि और दीर्घायु की कामना करती हैं। इस दिन यमराज और यमुनाजी की पूजा का विशेष महत्व है, और मान्यता है कि इस दिन तिलक करने से भाई का भाग्य खुलता है।
तिलक करने का विधि
- शुभ स्थान तैयार करें: आटे से चौक बनाएं और भाई को इस स्थान पर बिठाएं, ध्यान रखें कि भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर हो।
- तिलक की सामग्रियाँ: भाई के सिर पर फूल, पान, सुपारी और कुछ पैसे रखें, फिर तिलक करें।
- कलावा बांधें: तिलक करने के बाद भाई की हाथों में कलावा बांधें।
- पान खिलाना: इस दिन बहन द्वारा भाई को पान खिलाना भी शुभ माना जाता है।
विशेष उपाय और रीति-रिवाज
भाई दूज के दिन कुछ विशेष उपाय भी किए जा सकते हैं:
- यमुना में स्नान: भाई-बहन को यमुना नदी में स्नान करना चाहिए, जिससे जीवन में खुशहाली और बरकत आए।
- यम दीपक जलाना: संध्याकाल में घर के बाहर चार बत्तियों वाला दीपक जलाएं। ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
- दान और भोजन: भाई-बहन को मिलकर जरूरतमंदों को खाना खिलाना चाहिए और दान करना चाहिए, जिससे परिवार में समृद्धि बनी रहती है।
उपहारों का आदान-प्रदान
भाई दूज पर, भाई बहनों को उपहार देकर इस प्रेम को और भी खास बनाते हैं। यह न केवल रिश्ते को मजबूत करता है, बल्कि यह भाई-बहन के बीच की भावनाओं को और भी गहरा करता है।
निष्कर्ष
भाई दूज केवल एक पर्व नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जब भाई-बहन अपने रिश्ते को और भी मजबूत करते हैं। यह प्यार, समर्पण और एक-दूसरे की खुशियों के लिए की गई कोशिशों का प्रतीक है। इस भाई दूज पर, सभी भाई-बहन एक-दूसरे के साथ मिलकर इस पर्व को खुशी और प्यार के साथ मनाएं!
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