कपालेश्वर महादेव मंदिर: इतिहास, महत्व और दर्शनीय स्थल

कानपुर देहात के कपालेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास, मान्यताएं और धार्मिक महत्व जानें। सावन में शिव पूजन, जलाभिषेक के लाभ और दर्शन का शुभ समय जानें।

कपालेश्वर महादेव मंदिर: इतिहास, महत्व और दर्शनीय स्थल

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के डेरापुर नगर में स्थित कपालेश्वर महादेव मंदिर अपनी अनोखी बनावट, ऐतिहासिक महत्व और आध्यात्मिक ऊर्जा के कारण श्रद्धालुओं के बीच आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। सेंगुर नदी के किनारे और 100 फीट ऊंचे टीले पर बसा यह मंदिर घने जंगल के बीच प्रकृति और आस्था का अनूठा संगम प्रस्तुत करता है।

मंदिर का इतिहास और विशेषता

कपालेश्वर मंदिर का निर्माण एक दैवीय स्वप्न के आधार पर हुआ था। कहा जाता है कि पंडित कनोजी लाल मिश्र, जो उस समय असिस्टेंट कमिश्नर थे, को एक रात स्वप्न में आदेश प्राप्त हुआ कि जंगल के सबसे ऊंचे टीले पर स्थित समाधि के ऊपर शिवलिंग स्थापित कर मंदिर का निर्माण करें। आदेश मिलते ही उन्होंने अपनी नौकरी से पेंशन लेकर वर्ष 1894 में मंदिर निर्माण कार्य आरंभ कर दिया। हालांकि, वे स्वयं इस कार्य को पूरा नहीं कर सके और उनके पुत्र पंडित शिव कुमार मिश्र ने इस कार्य को संपन्न किया।

इस मंदिर की एक खास बात यह है कि इसके छोटे मठ को बाद में बढ़ाकर एक दूसरा मठ भी बनाया गया, क्योंकि निर्माण के समय शीघ्रता के कारण पहला मठ छोटा बन गया था।

नामकरण और मान्यताएं

इस मंदिर को कपालेश्वर महादेव नाम इसलिए दिया गया क्योंकि स्वप्न में बताए स्थान पर समाधि के ऊपर शिवलिंग स्थापित था। मंदिर की दिव्यता को लेकर एक खास जनमान्यता भी प्रचलित है। यहां आने वाले फाइलेरिया (पील पाँव) के मरीज भगवान शिव के दर्शन कर स्वस्थ होकर लौटते हैं। इसी वजह से इसे 'पील पहलवान का मंदिर' भी कहा जाता है।

मंदिर तक कैसे पहुंचे?

अगर आप इस दिव्य मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो यहां तक पहुंचना बेहद आसान है:

  • निकटतम रेलवे स्टेशन रूरा है, जो लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रूरा स्टेशन से बस और टैक्सी दोनों के जरिए आप मंदिर तक पहुंच सकते हैं।

  • आगरा-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित मुंगीसापुर से भी आप टैक्सी द्वारा लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय कर मंदिर तक पहुंच सकते हैं।

सावन और महाशिवरात्रि पर लगता है मेला

हर सावन मास के सोमवार और महाशिवरात्रि पर यहां विशेष मेले का आयोजन होता है। इन दिनों यहां हजारों की संख्या में भक्त दर्शन और जलाभिषेक करने आते हैं।

क्यों जाएं कपालेश्वर मंदिर?

अगर आप शिव भक्त हैं, या प्रकृति की गोद में किसी शांत और आध्यात्मिक स्थान की तलाश में हैं, तो कपालेश्वर मंदिर आपके लिए एक आदर्श जगह है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, जंगल का शांति भरा वातावरण और भगवान शिव की दिव्यता हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है।

कपालेश्वर महादेव मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह उस विश्वास और श्रद्धा की मिसाल है, जो इंसान को प्रकृति और ईश्वर दोनों के करीब लाती है। अगर आप कभी कानपुर देहात की यात्रा करें, तो इस दिव्य मंदिर के दर्शन अवश्य करें।

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