त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर उज्जैन – इतिहास, महत्त्व और पूजा विधि

उज्जैन के त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास, धार्मिक महत्व और पूजा विधि जानिए। भगवान शिव के इस शांतिपूर्ण मंदिर के दर्शन अवश्य करें।

त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर उज्जैन – इतिहास, महत्त्व और पूजा विधि

उज्जैन नगरी को प्राचीन मंदिरों की नगरी कहा जाता है। इसी नगरी में स्थित है त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर, जो अपनी आध्यात्मिक महत्ता और ऐतिहासिकता के लिए जाना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ-साथ दूर-दराज से आने वाले भक्तों के लिए भी आस्था का केंद्र है।

त्रिविष्टेश्वर महादेव का महत्व

त्रिविष्टेश्वर महादेव को तीनों लोकों के ईश्वर के रूप में माना जाता है। 'त्रिविष्ट' का अर्थ है तीन लोक, और 'ईश्वर' का अर्थ है स्वामी। इसलिए त्रिविष्टेश्वर महादेव को तीनों लोकों के अधिपति के रूप में पूजा जाता है।

मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से यहाँ भगवान शिव का अभिषेक करता है, उसके जीवन के समस्त संकट दूर होते हैं और उसे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

मंदिर का इतिहास और वास्तुकला

त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था। मंदिर का वास्तुशिल्प पारंपरिक शैली का है, जिसमें पत्थरों पर की गई नक्काशी और शिवलिंग का विशेष स्थान है। मंदिर का वातावरण अत्यंत शांत और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।

पूजा और अनुष्ठान

  • प्रत्येक सोमवार को यहाँ विशेष शिव अभिषेक और रुद्राभिषेक का आयोजन होता है।

  • महाशिवरात्रि पर यहाँ विशेष मेले और रात्रि जागरण का आयोजन होता है।

  • श्रावण मास में भक्तों की भीड़ बढ़ जाती है, जो जलाभिषेक और विशेष पूजन के लिए आते हैं।

कैसे पहुँचें

त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर उज्जैन शहर में स्थित है। आप यहाँ लोकल ट्रांसपोर्ट, टैक्सी या निजी वाहन से आसानी से पहुँच सकते हैं।

अगर आप उज्जैन दर्शन पर जा रहे हैं तो त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर की यात्रा अवश्य करें। यह स्थान न सिर्फ आपके मन को शांति देगा बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा से भी भर देगा।

उज्जैन दर्शन और त्रिविष्टेश्वर महादेव मंदिर की यात्रा Mahakal.com के साथ प्लान करें – बुकिंग और गाइड सुविधा उपलब्ध।

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