नागेश्वर ज्योतिर्लिंग: भगवान शिव के नागेश्वर रूप की अद्भुत कथा और महत्व
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। जानिए इसकी पौराणिक कथा, धार्मिक महत्व, मंदिर की विशेषताएं और दर्शन का सही समय।

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भारत के द्वादश (12) प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर गुजरात के द्वारका और बेट द्वारका के बीच स्थित है और भगवान शिव के “नागेश्वर” स्वरूप को समर्पित है। इस ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना मोक्षदायक माना गया है।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग कहाँ स्थित है?
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात राज्य के देवभूमि द्वारका जिले में स्थित है। यह स्थल द्वारकाधीश मंदिर से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर है। नजदीकी रेलवे स्टेशन द्वारका है और यहां से टैक्सी या बस के माध्यम से मंदिर पहुँचा जा सकता है।
पौराणिक कथा
पुराणों के अनुसार एक बार दारुक नामक एक राक्षस ने शिवभक्त सुप्रिया को बंदी बना लिया। सुप्रिया ने बंदी अवस्था में भी भगवान शिव की उपासना जारी रखी। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव नागेश्वर रूप में प्रकट हुए और दारुक का वध किया।
इस स्थान पर ही भगवान शिव ने स्वयं को ज्योतिर्लिंग रूप में प्रकट किया। तभी से इसे नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजा जाता है।
मंदिर की विशेषताएं
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विशाल शिव प्रतिमा: मंदिर परिसर में भगवान शिव की लगभग 25 मीटर ऊँची प्रतिमा स्थापित है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
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शिवलिंग का रूप: नागेश्वर ज्योतिर्लिंग का शिवलिंग स्वयंभू माना जाता है, जो दर्शन मात्र से भय, रोग और नकारात्मकता का नाश करता है।
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मंदिर की वास्तुकला: यह मंदिर लाल पत्थरों से बना हुआ है, जिसमें प्राचीनता और आध्यात्मिकता दोनों झलकती हैं।
नागपंचमी और महाशिवरात्रि का महत्व
महाशिवरात्रि और नागपंचमी के दिन इस मंदिर में विशेष पूजन होता है। हजारों श्रद्धालु इन तिथियों पर यहाँ आकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं और रात्रि जागरण करते हैं।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन का समय
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मंदिर खुलने का समय: सुबह 6:00 बजे से रात 9:00 बजे तक
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आरती समय: सुबह 7:00 बजे और शाम 7:00 बजे
कैसे पहुँचे?
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रेल मार्ग: नजदीकी स्टेशन – द्वारका (DWK)
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हवाई मार्ग: जामनगर एयरपोर्ट (लगभग 137 किमी)
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सड़क मार्ग: गुजरात के बड़े शहरों से सीधी बसें और टैक्सियाँ उपलब्ध हैं।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लाभ
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नकारात्मकता और भय का नाश होता है
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कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है
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मानसिक शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है
अगर आप द्वारकाधीश के दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो नागेश्वर ज्योतिर्लिंग को अपनी यात्रा में ज़रूर शामिल करें। यह स्थल आध्यात्मिक ऊर्जा और शिवभक्ति से सराबोर है।
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