इस चढ़वा में भगवान शनि को प्रिय पवित्र वस्तुएं जैसे तिल का तेल, काले तिल, काला कपड़ा, उड़द की दाल, लोहे की वस्तुएं, गुड़, नारियल, आक के पत्ते और फूल चढ़ाए जाते हैं और पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाया जाता है।
इस दिन शनि चालीसा और "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करने से शनि दोष, साढ़े साती और महादशा के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही राहत और आशीर्वाद भी मिलता है।