कालसर्प दोष पूजा का विवरण
कालसर्प दोष एक ज्योतिषीय दोष है जो तब उत्पन्न होता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प योग होता है। यह तब माना जाता है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में स्थित होते हैं। सर्प दोष का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की कठिनाइयों, समस्याओं और बाधाओं का कारण बन सकता है, जैसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, आर्थिक संकट, पारिवारिक कलह, और मानसिक तनाव।
हमारे वैदिक पंडित पूजा के दौरान आपके नाम और गोत्र का उच्चारण करेंगे। आपको पूजा की लाइव स्ट्रीमिंग का नोटिफिकेशन और रिकॉर्डेड वीडियो प्रदान किया जाएगा। इसके साथ, आपको चयनित पूजा का विवरण और आपके नाम सहित एक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया जाएगा। हमारी सेवाओं में केवल अनुभवी एवं योग्य वैदिक पंडितों द्वारा ही पूजा कराई जाती है। इसके अतिरिक्त, पूजा का प्रसाद आपको घर पहुंच सेवा के माध्यम से भेजा जाएगा।
कालसर्प दोष पूजा का उद्देश्य
सर्प दोष निवारण पूजा का उद्देश्य इस दोष के दुष्प्रभावों को कम करना और व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि, और स्थिरता लाना है। इस पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का जाप, हवन, और सर्पों की पूजा की जाती है, ताकि दोष को समाप्त किया जा सके।
कालसर्प दोष के प्रभाव
- स्वास्थ्य समस्याएँ: व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे लगातार बीमारियाँ या मानसिक तनाव।
- आर्थिक कठिनाइयाँ: इस दोष के कारण व्यक्ति को वित्तीय नुकसान, आय में कमी, और आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
- पारिवारिक अस्थिरता: परिवार में तनाव, झगड़े, और कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- करियर में बाधाएँ: व्यक्ति को अपने करियर में सफलता प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है, जिससे कार्यस्थल पर समस्याएं बढ़ सकती हैं।
- सामाजिक प्रतिष्ठा: सर्प दोष व्यक्ति की सामाजिक छवि और प्रतिष्ठा को प्रभावित कर सकता है, जिससे सामाजिक जीवन में असंतुलन आ सकता है।