दुर्गा सप्तशती / नवरात्रि पूजन एक पावन आध्यात्मिक ग्रंथ है, जिसमें मार्कण्डेय पुराण से माँ दुर्गा को समर्पित संपूर्ण 700 श्लोक शामिल हैं। यह संस्करण हिंदी और संस्कृत दोनों भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे यह पारंपरिक पाठकों के साथ-साथ आधुनिक भक्तों के लिए भी उपयुक्त बनता है।
विशेष रूप से नवरात्रि के उत्सवों के लिए तैयार की गई इस पुस्तक में पूजा विधि, मंत्र और स्तोत्रों को चरण-दर-चरण समझाया गया है, जिससे भक्तगण श्रद्धा और शुद्धता के साथ माँ दुर्गा की उपासना कर सकें। चाहे आप दैनिक पूजा करने वाले हों, व्रतधारी हों, या आध्यात्मिक अध्ययन में रुचि रखते हों — यह ग्रंथ माँ दुर्गा की दिव्य शक्ति से जुड़ने का आदर्श साधन है।
प्रमुख विशेषताएँ:
संपूर्ण दुर्गा सप्तशती (700 श्लोक) संस्कृत में, साथ में सरल हिंदी अनुवाद
नवरात्रि पूजन विधि, मंत्र पथ, और संकल्प विधि शामिल
दैनिक जप, नवरात्रि पूजा, व्रत, और अन्य दुर्गा संबंधित पर्वों के लिए उपयुक्त
सभी आयु वर्ग के लिए स्पष्ट और पढ़ने योग्य लिपि में मुद्रित
घर के मंदिरों, सामूहिक पाठ, या भक्ति उपहार के लिए उपयुक्त
उपयोग और लाभ:
मार्गदर्शक पूजन: भक्तजन घर या मंदिर में दुर्गा सप्तशती और नवरात्रि पूजन सही विधि से कर सकते हैं।
आध्यात्मिक बल: 700 श्लोकों का नियमित पाठ भक्ति, आत्मबल, और माँ दुर्गा की सुरक्षा प्रदान करता है।
नवरात्रि अनिवार्यता: नौ रात्रियों की पूजा, आरती, मंत्र जाप आदि को सरलता से समझने और करने में सहायक।
द्विभाषिक सुविधा: हिंदी और संस्कृत दोनों में उपलब्ध — सीखने और जप करने के लिए उत्तम।
शांति और सकारात्मकता: पाठ करने से नकारात्मकता, भय, और बाधाएं दूर होती हैं; साहस और शांति का संचार होता है।
उपहार हेतु आदर्श: नवरात्रि, व्रत, या धार्मिक अवसरों पर वरिष्ठजनों, साधकों, या नए भक्तों के लिए उत्तम भेंट।
घर के मंदिर के लिए आवश्यक: दैनिक पाठ, पारिवारिक अनुष्ठान, या सामूहिक पाठ के लिए अत्यंत उपयोगी ग्रंथ।
"माँ दुर्गा की दिव्य शक्ति का आह्वान करें इस पवित्र ग्रंथ के माध्यम से — जो नित्य पाठ, नवरात्रि पूजा, और आध्यात्मिक उन्नति के लिए उपयुक्त साथी है।"
No review given yet!